मायूस सी इस ज़िन्दगी में
मैं चलती जा रही थी बिन राह के
राह थी मन मैं पर उम्मीद नही
तन्हाई का एक एहसास में
दोस्तों को छोडे चली जा रही थी !
इस ज़िन्दगी में दोस्त तो थे
पर क्या वो सचमुच मेरे अपने थे
क्या सचमुच वो मेरे साथ हैं हर पल
आखिरी अंत के अकेलेपन को सोचे चली
फ़िर भी जाने क्यों मैं चली जा रही थी !
फिर एक पल के लिए मुझे ठाराव मिला है
शायद एक सच्चा दोस्त मिला है
उसकी हस्सी, उसकी बातें मुझे भी एहसास दिलाती है
की आख़िर मैं बिल्कुल अकेली नही हूँ
पर फ़िर भी यह सोच हैं
की क्या यह दोस्त मेरे साथ हर दम हैं
अंत में तो मैं अकेली ही हूँ
फिर भी जाने क्यों चली जा रही हूँ
शायद इस जिन्दहो के मकसद की तलाश में
वोही मकसद जो हर कोई तलाशता है
और मैं भी तलाशती होई चली जा रही हो!
मैं चलती जा रही थी बिन राह के
राह थी मन मैं पर उम्मीद नही
तन्हाई का एक एहसास में
दोस्तों को छोडे चली जा रही थी !
इस ज़िन्दगी में दोस्त तो थे
पर क्या वो सचमुच मेरे अपने थे
क्या सचमुच वो मेरे साथ हैं हर पल
आखिरी अंत के अकेलेपन को सोचे चली
फ़िर भी जाने क्यों मैं चली जा रही थी !
फिर एक पल के लिए मुझे ठाराव मिला है
शायद एक सच्चा दोस्त मिला है
उसकी हस्सी, उसकी बातें मुझे भी एहसास दिलाती है
की आख़िर मैं बिल्कुल अकेली नही हूँ
पर फ़िर भी यह सोच हैं
की क्या यह दोस्त मेरे साथ हर दम हैं
अंत में तो मैं अकेली ही हूँ
फिर भी जाने क्यों चली जा रही हूँ
शायद इस जिन्दहो के मकसद की तलाश में
वोही मकसद जो हर कोई तलाशता है
और मैं भी तलाशती होई चली जा रही हो!
P.S. well this is my first post in this lounge so thought of posting a poem on a upcoming bond of friendship i hope to earn out here with people through creative interactions!
बहोत अच्छा हुआ है। दोस्ती ही एक ऐसी चीज़ है जो आदमी को जिंदा रखता है - जिन्दगी में उमंग भर देता है। दोस्तों को दोस्ती मुबारक।
ReplyDeleteThe Writer's Lounge में तुम्हारा स्वागत है। Welcome ...
Have a wonderful time here!!
welcome here !! and i extend my heartiest wishes for you to earn and cherish a lottt of friends here .. :)
ReplyDeleten ya .. the poem was apt for the feelings u wanted to show :)
ah the doubtfulness one comes across everytime a new bond is established..
ReplyDeletebut not here.. its a wonderful space for all your creativity.. welcome in girl! hope you have a great time here.. :D
not a bad first start thr ..girl..Great beginning....
ReplyDeletewelcome to the writers' lounge..
ReplyDeletegood start..enjoy the stay
Thanks a lot for such a sweet welcome :-)
ReplyDeletei hope i wud make it equally cheerful for u guys by my creations itself
i m looking forward to this stay too :-)
welcome to our gang girl!!!
ReplyDeletei loved the words and the lines .....nice hindi poems ......seconding kan..perfect entry to our lounge.....
hope u enjoy ur stay in the writers lounge
tc bye
peace,
TSW
from wl team
nice start
ReplyDeletekuch matra ki galtiya hai poem main
and kuc jagah words ko sahi tareeke se jamaya nahi hai..but
u vl improve
welcome
thanks...
ReplyDeletewo matra aur words ki galtiyon ka ehsaas hai but that happened as i typed in english and it translated in hindi and i had no idea how to change it as wasnt typing in hindi.....hope i learn and dont disappoint next time .....
but then i m more into english writing and that might be responsible too....neways thanks so much for such a warm welcome :-)
if u have any problem regarding hindi tell me
ReplyDeletei will help u
surely i would...Thanks :-)
ReplyDeletewelcome to the lounge nabila!
ReplyDeletei am not a hindi poetry expert, i prefer english! but your poetry was very nice...!
hope to see more soon...