January 18, 2009

IPL ka jalwa



IPL ने दी है क्रिकेट को कई चीज़,
आओ देखे हम इसके नतीजे.
छोटे क्रिकेट को दिया है इसने बढ़ावा,
देखो कितना मिला है इसे चढावा.

खूब पड़ी है मार बालरों को जोरदार,
तो विकेट भी गिरे है कई हर बार.

हर किसी ने दिखाया है अपना जलवा,
तो शाहरुख़ ,प्रिटी और माल्या ने खाया है हलवा.

एक तरफ़ तो आपस में लड़वाया है इसने एक ही वतन के खिलाडियों को यारो,
तो एक तरफ़ कट्टर दुश्मन भी बन गए है दोस्त यारो.

दादा ,सचिन और द्रविड़ रहे यहाँ नाकाम,
तो जयसूर्या ,पोलाक और वार्न ने बता दिया के उनमे अभी भी है जान.

बंगलोर और डेकन चार्जेस की हो गयी है बत्ती गुल,
तो दादा की नाईट राइडर्स और सचिन की मुंबई भी नहीं खिला पायी कोई गुल.

नए-नए खिलाडियों ने करा है खूब कमाल इसमे,
तो राजस्थान की टीम ने मचाया है धमाल इसमे.

युसूफ ने दिया अपनी टीम का खूब साथ,
तो भाई इरफान भी नहीं गए खाली हाथ.

हर किसी ने कमाया है माल इसमे,
और बहती गंगा में धोये है हाथ सबने.

देखा जाए तो कई लाभ और नुक्सान है इसके,
लेकिन यारो मेरे देश का समान बढाया है इसने.


(chirag)



this poem i wrote after the ending of IPL,now iam presnting in front of u people hope u all like it.

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