February 4, 2011

मुली बनी प्याज

अभी कुछ दिनों पहले की ही बात हैं ,कॉलेज से छुटने के बाद में उज्जैन आने के लिए इंदौर के रेलवे स्टेशन पर गया ,थोड़ी  भूख  लगी तो सोचा एक सेंडविच खा लेते हैं ,मैंने भैया से कहा एक सेंडविच बना दो,वहा मुली कटी हुई थी और प्याज नदारद थे ,मैंने सोचा इस महंगाई में प्याज छुपा कर रखे होंगे और मुली शायद स्वाद बढ़ने के लिए राखी होगी ,लेकिन जैसे ही मेरे पास सेंडविच आया मैं दांग रह गया और मेरे मुह से हसी छुट गयी...मैंने उसी वक़्त अपने मोबाइल से सेंडविच का  फोटो लिया (जिसे आप देख रहे हैं नीचे )

एक वक़्त किसान कहते थे  के उनका गुजरा तो दो रोटी और प्याज से चल जाता हैं परन्तु अब प्याज गरीबो के बस में रहा नहीं हैं ,खेर वैसे भी ये सरकार की नयी नीति तो नहीं हैं जो मुली को आगे बढ़ाना चाहती हैं ,वैसे भी मुली ऐसे तो इतने लोग खाते नहीं  तो हो सकता हैं सरकार ने सोचा इसे ही मुली खिलाई जाये. परन्तु सरकार ये भूल गयी हैं के जब-२ ये प्याज ने अपने भाव बढ़ाये हैं  सरकार के भाव  बड़ी जल्दी गिरे हैं 
अब तो ऐसा होना चाहिए के १०० रुपये का पेट्रोल डलवाओ और ४ प्याज मुफ्त पाओ
वैसे अगर सरकार मुली के फायदे गिनाये तो सरकार आसानी से बच सकती हैं 
१.प्याज खाने से मुह से बदबू आती हैं ,मुली खाने से नहीं  आती .
२.मुली में विटामिन A,B,C सब होता हैं
३.मुली खाने से दांत मजबूत होते हैं क्योंकि इसमे कैल्सियम होता हैं ,बाल भी उग सकते हैं 
वैसे ये बाल वाला फायदे का परचा प्रसार ज्यादा हो तो बढ़िया हैं 
४.मुली खाने से वजन भी कम होता हैं 
५.इसे खाने से नाख़ून भी अच्छे होते हैं ,ये बात से मुली महिलाओ और औरतो में काफी बिकेगी क्योंकि वो हर दम अपने नाखुनो को सजाने बोटी पार्लर जाती हैं ,परन्तु उन आवाराओ को परेशानी हो सकती हैं जो राह चलते लडकियो को छेड़ते हैं.
अगर ये फायदे सरका गिनाएगी तो मुली भी बिकेगी और प्याज के दाम  भी कम हो जायेंगे
खेर ये तो कुछ मेरी राय थी पता नहीं  मनमोहन और सोनिया क्या सोचते होंगे...

No comments:

Post a Comment

Comments are sexy.